
साहित्यिक मंच – सेवा हिंदी साहित्य की
www.hindisahityaseva.com
जीवन परिचय: मनकेश्वर महाराज “भट्ट” जी बिहार प्रदेश के मधेपुरा के रहने वाले हैं |
——————————————————–

—————————————————————————————————————–
थी वो पहली सीढ़ी मेरी ,,
जब माँ ने उँगली पर चलना सिखाया ,,
थी वो मेरी पहली आवाज ,,
की पापा कहना सिखाया था ,,
नमन है उस माँ को , की बढ़ना सिखाया था ।।
थी मेरे पर सख्ती पहली बार ,,
की अनुशासन में रहना सिखाया था ,,
था पहली छड़ी से वास्ता मेरा की ,,
ओछे – टेढ़े – मेढ़े लिखना सिखाया था ,,
नमन है उस गुरुवर को , की बढ़ना सिखाया था ।।
थी नभ में कोहरे – सा ,,
की ऊपर उठना सिखाया था ,,
थी हँसने की प्रवृति,,
की नित खिलना सिखाया था,,
नमन है उस धुएँ अथेव पुष्पराज को , की बढ़ना सिखाया था ।।
था आँखों से ओझल ,,
की गति करना सिखाया था ,,
था पैरों तले काटें ,,
की भागना सिखाया था ,,
नमन है उस पथराज को , की बढ़ना सिखाया था ।।