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जीवन परिचय: कुमार संदीप बिहार प्रदेश के मुजफ्फरपुर जिले के ग्राम सिमरा के रहने वाले हैं |
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“हे_विघ्नहर्ता_हे_गजानन”
हे विघ्नहर्ता! हे गजानन!
करता हूँ वंदन बारम्बार,
हम सब हैं अबोध अज्ञानी
ज्ञान का वरदान प्रदान कीजिए।
विघ्न बाधा दूर कर दीजिए
मुश्किलों से डर न जाऊं कभी,
बाधाएं न रोक सके कदम मेरे
यह आशीष दीजिए।
हे भालचंद्र! हे एकदंत!
करता हूँ वंदन बारम्बार,
जग से दुराचार दूर करने
हेतू लीजिए अब अवतार,
दुष्ट पापियों का कीजिए संहार
मानवता हो गई अब शर्मसार,
माँ धरती की सुनिए पुकार
हे गणपति लीजिए कलयुग में अवतार।
हे गौरीसुत! हे बुद्धिनाथ!
करता हूँ वंदन बारम्बार,
दीन दुःखी का दुःख हर लीजिए
मंजिल मिल जाए सभी को
सत्य राह पर चलूं सर्वदा,
अहम,वहम से रहूं कोसों दूर
यह वरदान दीजिए
भय न बने बाधा मेरे पथ की।
हे मंगलमूर्ति! हे पीतांबर!
करता हूँ वंदन बारम्बार,
सभी का काज मंगल हो
देश की बेटियाँ महफूज़ रहे,
भूख,प्यास से न हो कोई परेशान
धर्म,जाती,रंग-रुप का न हो भेदभाव,
सर्वत्र शांति हो जग में
यह वरदान दीजिए, हाँ यह आशीष दीजिए।—————–११ सितंबर २०१९ |